महाराणा संग्रामसिंह द्वितीय ने अपनी तख्तनशीनी के साढ़े 4 माह बाद 26 अप्रैल, 1711 ई. को राज्याभिषेक उत्सव का आयोजन… View Post
14 अप्रैल, 1711 ई. – “बांधनवाड़े का युद्ध” :- मुगल बादशाह बहादुरशाह के वज़ीर ज़ुल्फिकार खां ने मेवाड़ के पुर,… View Post
आऊवा के ठाकुर बख्तावर सिंह की एक पुत्री राज कंवर का विवाह बांसवाड़ा के रावल भवानी सिंह से हुआ। ठाकुर… View Post
महाराणा संग्रामसिंह द्वितीय का परिचय :- इनका जन्म 21 मार्च, 1690 ई. को हुआ। इनके पिता महाराणा अमरसिंह द्वितीय व… View Post
1708-1709 ई. में पुर-मांडल, मांडलगढ़ व बदनोर पर महाराणा का अधिकार :- जो परगने बादशाही खालिसे में शुमार कर राठौड़… View Post
error: Content is protected !!