tanveersingh
Posts by this author:
भोमट के भोमियों की बगावत कुचलना :- महाराणा संग्रामसिंह द्वितीय के समय भोमट के भोमिये बागी हो गए। महाराणा ने… View Post
वैद्यनाथ महादेव मंदिर की प्रतिष्ठा :- महाराणा संग्रामसिंह द्वितीय की माता बाईजीराज देव कँवर ने उदयपुर के सीसारमा गांव में… View Post
महाराणा संग्रामसिंह द्वितीय ने अपनी तख्तनशीनी के साढ़े 4 माह बाद 26 अप्रैल, 1711 ई. को राज्याभिषेक उत्सव का आयोजन… View Post
14 अप्रैल, 1711 ई. – “बांधनवाड़े का युद्ध” :- मुगल बादशाह बहादुरशाह के वज़ीर ज़ुल्फिकार खां ने मेवाड़ के पुर,… View Post
आऊवा के ठाकुर बख्तावर सिंह की एक पुत्री राज कंवर का विवाह बांसवाड़ा के रावल भवानी सिंह से हुआ। ठाकुर… View Post
महाराणा संग्रामसिंह द्वितीय का परिचय :- इनका जन्म 21 मार्च, 1690 ई. को हुआ। इनके पिता महाराणा अमरसिंह द्वितीय व… View Post
1708-1709 ई. में पुर-मांडल, मांडलगढ़ व बदनोर पर महाराणा का अधिकार :- जो परगने बादशाही खालिसे में शुमार कर राठौड़… View Post
1708 ई. में महाराणा अमरसिंह द्वितीय ने अपनी फौज देकर जोधपुर पर महाराजा अजीतसिंह व जयपुर पर सवाई जयसिंह का… View Post
1708 ई. में महाराणा अमरसिंह द्वितीय द्वारा मारवाड़ के महाराजा अजीतसिंह राठौड़ व जयपुर के महाराजा सवाई जयसिंह कच्छवाहा को… View Post
महाराजा अजीतसिंह द्वारा महाराणा अमरसिंह से बिगड़े सम्बन्ध सुधारने का प्रयास :- औरंगज़ेब ने महाराणा अमरसिंह द्वितीय को सिरोही और… View Post
महाराणा अमरसिंह द्वितीय द्वारा मुगल सल्तनत के बागी को शरण देना :- बादशाही सिपहसालार रामपुरा के राव गोपालसिंह दक्षिण में… View Post
1699 ई. में महाराणा अमरसिंह द्वितीय ने बादशाही मुल्क लूटने के इरादे से अपने ननिहाल बूंदी की तरफ कूच किया… View Post
1698-1699 ई. में महाराणा अमरसिंह द्वारा एक हज़ार घुड़सवार दक्षिण में भेजना :- मेवाड़-मुगल सन्धि के मुताबिक महाराणा को एक… View Post
महाराणा अमरसिंह के राज्याभिषेक (1698 ई.) के समय सभी रजवाड़ों से टीके का दस्तूर आया, लेकिन डूंगरपुर के रावल खुमानसिंह,… View Post
महाबलिदानी माता पन्नाधाय का जन्म चित्तौड़गढ़ के निकट माताजी की पांडोली नामक गांव में हुआ। इनके पिता का नाम हरचंद… View Post
महाराणा अमरसिंह द्वितीय का जीवन परिचय :- महाराणा अमरसिंह द्वितीय का जन्म 30 अक्टूबर, 1672 ई. को हुआ। इनके पिता… View Post
राव केसरीसिंह चौहान की हत्या :- चावंड के रावत कांधल चुंडावत के दादाजी रावत रघुनाथ सिंह से महाराणा राजसिंह ने… View Post
1687 ई. में महाराणा जयसिंह ने 2 बड़े तालाबों की प्रतिष्ठा करवाई :- 1) देवाली का तालाब :- उदयपुर से… View Post
महाराणा जयसिंह व कुँवर अमरसिंह (भावी महाराणा अमरसिंह द्वितीय) के बीच मतभेद व कुँवर अमरसिंह द्वारा बग़ावत करने का विस्तृत… View Post
जून, 1681 ई. में औरंगज़ेब के बेटे शहज़ादे आज़म और मेवाड़ के महाराणा जयसिंह के बीच सन्धि हुई। इस सन्धि… View Post