रावल समरसिंह से संबंधित शिलालेख :- चीरवा का शिलालेख :- रावल समरसिंह ने अपना पहला शिलालेख उदयपुर से 8 मील… View Post
रावल समरसिंह का व्यक्तित्व :- रावल समरसिंह अपने महान पूर्वजों की भांति वीर थे। वे प्रजाहितैषी, सधर्म मर्मज्ञ, कीर्तिमान, शत्रुओं… View Post
रावल जैत्रसिंह के पुत्र रावल तेजसिंह 1253 ई. में मेवाड़ के शासक बने। रावल तेजसिंह द्वारा धारण की गई उपाधियां… View Post
1229 ई. – भूताला का युद्ध :- भूताला गांव मेवाड़ की राजधानी नागदा के निकट स्थित है। गोगुन्दा से नागदा… View Post
अर्थूणा पर रावल जैत्रसिंह का आक्रमण :- अर्थूणा वर्तमान बांसवाड़ा जिले के अंतर्गत आता है। अर्थूणा पर मालवा के परमार… View Post
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