1615 ई. में चित्तौड़गढ़ दुर्ग के किलेदार सगरसिंह सिसोदिया को जहांगीर ने चित्तौड़ छोड़ने को कहा, क्योंकि सन्धि के तहत… View Post
5 फरवरी, 1615 ई. को हुई मेवाड़-मुगल सन्धि के बाद कुँवर कर्णसिंह जहांगीर के अजमेर दरबार में गए थे, जहां… View Post
5 फरवरी, 1615 ई. को हुई मेवाड़-मुगल सन्धि के बाद महाराणा अमरसिंह उदयपुर के राजमहलों में गए और कुँवर कर्णसिंह… View Post
समूचे मुगल साम्राज्य की सेना द्वारा मेवाड़ की प्रजा पर अत्याचार करने के बाद आखिरकार मुगल शहज़ादे ख़ुर्रम और महाराणा… View Post
जनवरी, 1615 ई. :- समूचे मुगल साम्राज्य की फ़ौज ने आखिरकार मेवाड़ के नागरिकों पर अत्याचार करके मेवाड़ के राजपूतों… View Post
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