1853 ई. – डाकन प्रथा पर रोक :- विशेष रूप से मेवाड़ में एक कुप्रथा चल पड़ी थी, जिसको डाकन… View Post
चापलूसी भरी बातों का हास्य से समाधान :- महाराणा स्वरूपसिंह ने अपने सरदारों में एक बात पर गौर किया कि… View Post
महाराणा स्वरूपसिंह व उनके सामंतों के बीच इकरारनामा :- 1855 ई. को पोलिटिकल एजेंट जॉर्ज लॉरेंस ने मध्यस्थता करते हुए… View Post
अप्रैल, 1851 ई. – रीवां राजघराने से वैवाहिक संबंध :- महाराणा स्वरूपसिंह की बहन फूलकंवर का विवाह कोटा महाराव रामसिंह… View Post
1852 ई. – पुरावत राजपूतों के गढ़ आर्ज्या पर चढ़ाई :- आर्ज्या में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के पुत्र पुरणमल… View Post
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