tanveersingh
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24 अक्टूबर, 1605 ई. में जहांगीर मुगल साम्राज्य के तख़्त पर बैठा और इसी दौरान उसने अपनी गद्दीनशीनी के जलसे… View Post
सलीम का मुगल तख़्त पर बैठना :- 24 अक्टूबर, 1605 ई. को अकबर की मृत्यु के बाद उसका बड़ा बेटा… View Post
मांडल के शाही थाने पर महाराणा अमरसिंह का आक्रमण :- 1604 ई. में मांडल के शाही थाने पर आमेर के… View Post
1602 ई. में महाराणा अमरसिंह द्वारा हाथीराम चन्द्रावत की जागीर जब्त करना :- पीपल्या हाथीराम चन्द्रावत की जागीर थी। महाराणा… View Post
1600 ई. हुए ऊँठाळा के भीषण युद्ध में महाराणा अमरसिंह ने मुगल सेनापति कायम खां को मारकर विजय प्राप्त की।… View Post
“ऊँठाळे का युद्ध” – 1600 ई. :- उदयपुर जिले की वल्लभनगर तहसील में स्थित इस दुर्ग पर मुगलों का कब्जा… View Post
1600 ई. की शुरुआत में मुगल बादशाह अकबर के आदेश से शहज़ादे सलीम और राजा मानसिंह कछवाहा के नेतृत्व में… View Post
15 सितम्बर, 1599 ई. को अकबर ने अपने बड़े बेटे सलीम को अजमेर सूबे का सूबेदार घोषित किया। सलीम के… View Post
1597 ई. में मेवाड़ के सामन्त रुपनगर (देसूरी) के ठाकुर देवराज सिंह का देहान्त हुआ। ठाकुर वीरमदेव रुपनगर की गद्दी… View Post
महाराणा अमरसिंह द्वारा जागीरें देना :- प्रसिद्ध चारण कवि दुरसा आढा मेवाड़ पधारे। महाराणा अमरसिंह इस समय उदयपुर के राजमहलों… View Post
जनवरी, 1597 ई. में महाराणा अमरसिंह का राजतिलक मेवाड़ की राजधानी चावंड में सम्पन्न हुआ। राजतिलक के समय महाराणा अमरसिंह… View Post
महाराणा अमरसिंह के इतिहास को बहुत वर्षों से भ्रमित किया जाता रहा है, जिससे कई किस्से ऐसे भी जुड़ गए… View Post
मेवाड़ के ग्रंथ वीरविनोद में छापामार युद्धों के दौरान घटित एक घटना लिखी है, जो कुछ इस तरह है :-… View Post
मेवाड़ के महाराणा अमरसिंह जी का परिचय :- ये वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप व महारानी अजबदे बाई पंवार के पुत्र… View Post
2 अक्टूबर, 1679 ई. को औरंगज़ेब ने समस्त मुगल साम्राज्य में हिंदुओं से लिया जाने वाला जज़िया कर लागू कर… View Post
1677-1678 ई. की घटनाएं :- जिंजी प्रदेश के दक्षिण में शेर खां लोदी की जागीर थी। शेर खां से किसी… View Post
शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की तिथि 6 जून, 1674 ई. निकाली गई। इस अवसर पर हज़ारों ब्राह्मण अपने परिवार सहित… View Post
1673 ई. में बहलोल खां 12,000 की फौज समेत मराठा फौज का सामना करने निकला। सेनापति प्रतापराव के पास तकरीबन… View Post
1671 ई. में शिवाजी महाराज ने 20,000 घुड़सवारों व पैदल फौज के साथ चढाई करके साल्हेर दुर्ग को घेर लिया।… View Post
4 फरवरी, 1670 ई. को शिवाजी महाराज के आदेश से तानाजी मालुसरे को 300 सिपाहियों के साथ कोंडाना दुर्ग पर… View Post