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जगदीश मंदिर का निर्माण :- महाराणा जगतसिंह ने लाखों रुपए खर्च करके भगवान विष्णु का पंचायतन शैली का भव्य मंदिर… View Post
महाराणा जगतसिंह द्वारा बल्लू जी को घोड़ा भेंट करना :- 1644 ई. में नागौर के वीर योद्धा राव अमरसिंह राठौड़… View Post
फरवरी, 1636 ई. में शाहजहां ने आदिल खां के विरुद्ध एक सेना भेजी। इस सेना में महाराणा जगतसिंह की तरफ… View Post
24 सितंबर, 1629 ई. को महाराणा जगतसिंह व महारानी जनादे बाई मेड़तणी के पुत्र कुँवर राजसिंह का जन्म हुआ। महारानी… View Post
महाराणा जगतसिंह का राज्याभिषेक उत्सव :- 28 अप्रैल, 1628 ई. को महाराणा जगतसिंह के राज्याभिषेक का उत्सव मनाया गया। मेवाड़… View Post
14 अगस्त, 1607 ई. को महाराणा कर्णसिंह व महारानी जाम्बुवती बाई जी के पुत्र जगतसिंह का जन्म हुआ। महारानी जाम्बुवती… View Post
जब ख़ुर्रम ने परवेज़ से हुई लड़ाई में शिकस्त खाई, तो वह भागकर दक्षिण की तरफ गया और वहां से… View Post
जैसा कि महाराणा अमरसिंह के इतिहास की सीरीज में लिखा गया था कि उनके छोटे पुत्र राजा भीमसिंह ने किस… View Post
खुर्रम (शाहजहाँ) मेवाड़ की शरण में :- 1615 ई. में जहाँगीर ने खुर्रम के ज़रिए ही मेवाड़ को संधि के… View Post
एक बार कुँवर कर्णसिंह गंगा नदी के तट पर पहुंचे, जहां उन्होंने चाँदी की तुला की व सोरों के ब्राम्हणों… View Post
महाराणा कर्णसिंह का जन्म व व्यक्तित्व :- वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के पौत्र व महाराणा अमरसिंह के पुत्र कुँवर कर्णसिंह… View Post
16 मार्च, 1559 ई. को महाराणा प्रताप व महारानी अजबदे बाई के पुत्र कुँवर अमरसिंह का जन्म हुआ। 1573 ई.… View Post
महाराणा अमरसिंह का देहांत :- 26 जनवरी, 1620 ई. को मेवाड़ के महान शासक महाराणा अमरसिंह जी का 60 वर्ष… View Post
भंवर जगतसिंह का दिल्ली प्रस्थान :- 1616 ई. में जब कुँवर कर्णसिंह दिल्ली जाकर लौट आए, तब उनके पुत्र भंवर… View Post
1615 ई. में चित्तौड़गढ़ दुर्ग के किलेदार सगरसिंह सिसोदिया को जहांगीर ने चित्तौड़ छोड़ने को कहा, क्योंकि सन्धि के तहत… View Post
5 फरवरी, 1615 ई. को हुई मेवाड़-मुगल सन्धि के बाद कुँवर कर्णसिंह जहांगीर के अजमेर दरबार में गए थे, जहां… View Post
5 फरवरी, 1615 ई. को हुई मेवाड़-मुगल सन्धि के बाद महाराणा अमरसिंह उदयपुर के राजमहलों में गए और कुँवर कर्णसिंह… View Post
समूचे मुगल साम्राज्य की सेना द्वारा मेवाड़ की प्रजा पर अत्याचार करने के बाद आखिरकार मुगल शहज़ादे ख़ुर्रम और महाराणा… View Post
जनवरी, 1615 ई. :- समूचे मुगल साम्राज्य की फ़ौज ने आखिरकार मेवाड़ के नागरिकों पर अत्याचार करके मेवाड़ के राजपूतों… View Post
1614 ई. के अंतिम 2-3 माह में ख़ुर्रम के नेतृत्व में समूचे मुगल साम्राज्य की सेनाओं ने मेवाड़ के राजपूतों… View Post