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मेवाड़ के रावल तेजसिंह

मेवाड़ के रावल तेजसिंह

रावल जैत्रसिंह के पुत्र रावल तेजसिंह 1253 ई. में मेवाड़ के शासक बने। रावल तेजसिंह द्वारा धारण की गई उपाधियां… View Post
मेवाड़ के रावल जैत्रसिंह (भाग – 3)

मेवाड़ के रावल जैत्रसिंह (भाग – 3)

1229 ई. – भूताला का युद्ध :- भूताला गांव मेवाड़ की राजधानी नागदा के निकट स्थित है। गोगुन्दा से नागदा… View Post
मेवाड़ के रावल जैत्रसिंह (भाग – 2)

मेवाड़ के रावल जैत्रसिंह (भाग – 2)

अर्थूणा पर रावल जैत्रसिंह का आक्रमण :- अर्थूणा वर्तमान बांसवाड़ा जिले के अंतर्गत आता है। अर्थूणा पर मालवा के परमार… View Post
मेवाड़ के रावल जैत्रसिंह (भाग – 1)

मेवाड़ के रावल जैत्रसिंह (भाग – 1)

रावल जैत्रसिंह (शासनकाल 1213 ई. से 1253 ई.) का परिचय व व्यक्तित्व :- रावल जैत्रसिंह के पिता रावल पद्मसिंह थे।… View Post
मेवाड़ का प्रारंभिक इतिहास (भाग – 12)

मेवाड़ का प्रारंभिक इतिहास (भाग – 12)

रावल मथनसिंह :- मेवाड़ के रावल कुमारसिंह के उत्तराधिकारी रावल मथनसिंह हुए। इस समय मेवाड़ का आहाड़ क्षेत्र चालुक्यों के… View Post
मेवाड़ का प्रारंभिक इतिहास (भाग – 11)

मेवाड़ का प्रारंभिक इतिहास (भाग – 11)

चित्तौड़गढ़ दुर्ग पर चालुक्यों का राज :- चालुक्य नरेश कुमारपाल ने चित्तौड़गढ़ दुर्ग पर मधुसूदन के पुत्र सोमेश्वर को नियुक्त… View Post
मेवाड़ का प्रारंभिक इतिहास (भाग – 10)

मेवाड़ का प्रारंभिक इतिहास (भाग – 10)

मेवाड़ की वंशावली में भूलवश परमार शासकों के नाम जोड़ना :- मेवाड़ की वंशावली में रावल अम्बाप्रसाद के बाद क्रमशः… View Post
मेवाड़ का प्रारंभिक इतिहास (भाग – 9)

मेवाड़ का प्रारंभिक इतिहास (भाग – 9)

रावल शक्तिकुमार :- रावल शालिवाहन के बाद 977 ई. में मेवाड़ की गद्दी पर रावल शक्तिकुमार बैठे। 977 ई. के… View Post
मेवाड़ का प्रारंभिक इतिहास (भाग – 8)

मेवाड़ का प्रारंभिक इतिहास (भाग – 8)

रावल नरवाहन :- रावल नरवाहन के पिता रावल अल्लट व माता हूण राजकुमारी हरियादेवी थीं। रावल नरवाहन लगभग 971 ई.… View Post
मेवाड़ का प्रारंभिक इतिहास (भाग 7)

मेवाड़ का प्रारंभिक इतिहास (भाग 7)

रावल भर्तृभट द्वितीय :- रावल भर्तृभट्ट द्वितीय के शासनकाल में लगभग 941 ई. में आहाड़ में आदिवराह मंदिर बना था।… View Post
मेवाड़ का प्रारंभिक इतिहास (भाग 6)

मेवाड़ का प्रारंभिक इतिहास (भाग 6)

रावल सिंह (शासनकाल 8वीं सदी उत्तरार्द्ध) :- मेवाड़ के रावल भर्तृभट्ट प्रथम के ज्येष्ठ पुत्र रावल सिंह मेवाड़ की गद्दी… View Post
मेवाड़ का प्रारंभिक इतिहास (भाग – 5)

मेवाड़ का प्रारंभिक इतिहास (भाग – 5)

बप्पा रावल द्वारा धारण की गई उपाधियां :- राजगुरु, हिन्दू सूर्य, चक्कवै। इतिहासकार सी.वी. वैद्य ने बप्पा रावल की तुलना… View Post
मेवाड़ का प्रारंभिक इतिहास (भाग – 4)

मेवाड़ का प्रारंभिक इतिहास (भाग – 4)

यहां वे घटनाएं लिखी जा रही हैं, जिनका कोई समकालीन प्रमाण नहीं है, परन्तु ये घटनाएं बड़ी प्रसिद्ध हैं :-… View Post
मेवाड़ का प्रारंभिक इतिहास (भाग – 3)

मेवाड़ का प्रारंभिक इतिहास (भाग – 3)

महेंद्र द्वितीय :- कविराजा श्यामलदास ने वीर विनोद में महेंद्र द्वितीय को ही बप्पा रावल माना है, जो कि सही नहीं… View Post
मेवाड़ का प्रारंभिक इतिहास (भाग 2)

मेवाड़ का प्रारंभिक इतिहास (भाग 2)

सामोली गाँव का शिलालेख (646 ई.) :- मेवाड़ के शासक शिलादित्य द्वितीय का ये शिलालेख मेवाड़ के गुहिलवंश का सबसे प्राचीन… View Post
मेवाड़ का प्रारंभिक इतिहास (भाग 1)

मेवाड़ का प्रारंभिक इतिहास (भाग 1)

मेवाड़ राजवंश के मूलपुरुष गुहिल का इतिहास :- गुहिल को ग्रहादित्य, गुहदत्त, गुहादित्य आदि नामों से भी जाना जाता है।… View Post
मेवाड़ का प्राचीन इतिहास व संस्कृति (भाग – 9)

मेवाड़ का प्राचीन इतिहास व संस्कृति (भाग – 9)

मेवाड़ की भौगोलिक स्थिति :- मेवाड़ राजपूताने का दक्षिणी भाग है। अलग-अलग शासकों के समय मेवाड़ की सीमाएं कम-ज्यादा होती… View Post
मेवाड़ का प्राचीन इतिहास व संस्कृति (भाग – 8)

मेवाड़ का प्राचीन इतिहास व संस्कृति (भाग – 8)

दीपावली :- कार्तिक अमावस्या को मनाया जाने वाला यह बड़ा त्योहार मेवाड़ में पहले दीपमालिका कहलाता था। इस दिन महाराणा… View Post
मेवाड़ का प्राचीन इतिहास व संस्कृति (भाग – 7)

मेवाड़ का प्राचीन इतिहास व संस्कृति (भाग – 7)

आश्विन शुक्ल 1 को नवरात्रि के पहले दिन उदयपुर राजमहलों से गाजे-बाजों के साथ सवारी रवाना होती है और खड्ग… View Post
मेवाड़ का प्राचीन इतिहास व संस्कृति (भाग 6)

मेवाड़ का प्राचीन इतिहास व संस्कृति (भाग 6)

नववर्ष प्रारंभ का उत्सव :- चैत्र शुक्ल 1 को ज्योतिष लोग नए कपड़े व आभूषण आदि पहनकर महाराणा के सामने… View Post
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