महाराणा भगवत सिंह का जन्म परिचय :- इन महाराणा का जन्म 20 जून, 1921 ई. को हुआ था। इनके पिता शिवरती के महाराज प्रतापसिंह थे।
राज्याभिषेक :- महाराणा भूपालसिंह जी के कोई पुत्र न होने के कारण शिवरती महाराज प्रतापसिंह के पुत्र भगवतसिंह जी को मेवाड़ की गद्दी पर बिठाया गया।
व्यक्तित्व :- महाराणा भगवतसिंह ओजस्वी वक्ता, शास्त्रीय संगीत के जानकार, घुड़सवारी व क्रिकेट के शौकीन थे।
महाराणा भगवतसिंह का विवाह बीकानेर की राजकुमारी सुशीला कंवर जी से हुआ। 1969 में महाराणा भगवतसिंह को विश्व हिंदू परिषद का दूसरा अध्यक्ष बनाया गया। 1971 में सरकार द्वारा राजाओं की उपाधियां, विशेषाधिकार, भत्ते आदि समाप्त कर दिए गए।
1979 में महाराणा भगवतसिंह जी लक्ष्मणपुरा गांव पधारे व बावजी गुमानसिंह जी सारंगदेवोत की कर्मभूमि राम-झरोखा का विकास करवाने की घोषणा की।
1983 में प्रसिद्ध एक्टर जेम्स बॉन्ड की फ़िल्म octopussy की शूटिंग के दृश्य पिछोला झील के बीच स्थित जगनिवास में फिल्माए गए।
जुलाई, 1984 में महाराणा भगवतसिंह की अध्यक्षता में न्यूयॉर्क में 10वां विश्व हिंदू सम्मेलन हुआ, जिसमें 50 देशों के 4700 प्रतिनिधि आए।
महाराणा भगवतसिंह को क्रिकेट का शौक रहा। महाराणा राजपूताना क्रिकेट टीम व राजस्थान क्रिकेट टीम के लिए कुल 31 मैच खेले थे।
महाराणा भगवतसिंह ने अपनी 60 लाख के मूल्य की निजी संपत्ति को महाराणा मेवाड़ फाउंडेशन, शिवशक्ति पीठ, देवराजेश्वर जी आश्रम न्यास, महाराणा कुम्भा संगीत कला न्यास, चेतक न्यास आदि में बदल दिया।
मेधावी छात्रों के लिए महाराणा ने महाराणा मेवाड़ पुरस्कार, महाराणा फतहसिंह पुरस्कार, महाराणा कुम्भा पुरस्कार आदि की शुरुआत की। 3 नवम्बर, 1984 को महाराणा भगवतसिंह का देहांत हो गया। इन महाराणा की छतरी आहाड़ में मौजूद है।
महाराणा भगवतसिंह की संतानें :- (1) महाराणा महेंद्र सिंह जी मेवाड़ :- वर्तमान महाराणा साहिब। इन महाराणा का विवाह टिहरी गढ़वाल के महाराजा मानवेन्द्र शाह जी की पुत्री कुमारी निरुपमा जी से हुआ।
1989 में महाराणा महेंद्र सिंह जी लोकसभा इलेक्शन चित्तौड़गढ़ से लड़े और 1 लाख 90 हजार वोटों से विजयी रहे। इन महाराणा की 2 संतानें हैं :-
१) महाराजकुमार विश्वराज सिंह जी मेवाड़ :- इनका विवाह पंचकोट के महाराज जगदीश्वरी प्रसाद सिंह देव की पुत्री राजकुमारी महिमा कंवर जी से हुआ। इनकी 2 संतानें हैं :- भंवर देवराजादित्य सिंह व भंवर बाईसा जयती कुमारी।
२) महाराजकुमारी त्रिविक्रमा जी :- इनका विवाह अखनूर के कुंवर दिव्य आशीष सिंह जी से हुआ।
(2) कुमारी योगेश्वरी जी :- महाराणा भगवत सिंह की पुत्री योगेश्वरी जी का विवाह सीतामऊ के राजा कृष्णसिंह से हुआ।
(3) श्री जी अरविंद सिंह जी मेवाड़ :- महाराणा भगवतसिंह जी के छोटे पुत्र अरविंद सिंह जी का विवाह कच्छ की रानी विजयराज कुमारी जी से हुआ। इनकी 3 संतानें हैं :-
(१) कुमारी भार्गवी जी :- इनका विवाह घाणेराव के कुंवर लोकेंद्र सिंह राठौड़ से हुआ। (२) कुमारी पद्मजा जी :- इनका विवाह संतरामपुर के कुंवर कुश सिंह परमार के साथ हुआ
(३) कुँवर लक्ष्यराज सिंह :- इनका विवाह पटना के राजा कनक वर्द्धन सिंह देव की पुत्री निवृत्ति कुमारी जी से हुआ। वर्तमान में कुँवर लक्ष्यराज सिंह के नाम 6 गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड हैं। इनकी 2 पुत्रियां व एक पुत्र है :- कुमारी मोहलक्षिका जी, कुमारी प्राणेश्वरी जी, कुँवर हरितराज।
पोस्ट लेखक :- तनवीर सिंह सारंगदेवोत (लक्ष्मणपुरा – मेवाड़)
सर……….चुंडावतो का इतिहास बताये