महाराणा रतनसिंह का देहांत :- मेवाड़ के वैध उत्तराधिकारी महाराणा रतनसिंह (महाराणा राजसिंह द्वितीय के पुत्र) का साथ देने के… View Post
1765 ई. – सामंतों का क्रोध :- चीरवे के घाटे में सामंतों का अपमान करना, सिंध व गुजरात के मुस्लिमों… View Post
मेवाड़ की गद्दी पर महाराणा अरिसिंह बैठ गए और मेवाड़ के पिछले महाराणा राजसिंह द्वितीय के पुत्र रतनसिंह की परवरिश… View Post
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